Software Developer बनने की प्रक्रिया

Software Developer बनने की प्रक्रिया

Software Developer बनने की प्रक्रिया

यदि आपको सॉफ्टवेयर डेवलपर बनना है तो इसके कुछ महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है जिसके बाद ही आप एक सॉफ्टवेयर डेवलपर बनते है. इन सभी प्रक्रिया की स्टेप बाय स्टेप जानकारी निम्न बताई गई है –
 

अपना ग्रेडक्शन पूरा करे

सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने का जो पहला कदम है वो यह है की आपको पहले साइंस विषय में कम से कम  ग्रेडक्शन की डिग्री पूरा करना है. जिसका आप कम से कम 60% मार्क्स से पास हो.


प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखें 

एक सॉफ्टवेयर डेवलपर का मुख्य कार्य विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर को develop करना होता है, जिसके लिए वह प्रोग्रामिंग करते है. बिना कोडिंग या प्रोग्रामिंग के सॉफ्टवेयर बनाना संभव नहीं है. आपको Java, HTML, CSS, C++, Python, Javascript, इन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी होनी चाहिए. जब आप सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कोर्स करते है, उसमें प्रोग्रामिंग सिखाई जाती है. इसके अतिरिक्त, यदि कोडिंग में आपको और अच्छा बनना है तो ऑनलाइन कई कोडिंग प्लेटफार्म और ऐप्स  है, जहां से कोडिंग स्किल्स को मास्टर किया जा सकता है. बिना कोडिंग स्किल के आप कोई भी सॉफ्टवेयर नहीं बना सकते क्योंकि सॉफ्टवेयर बनाते वक्त डेवलपर कोडिंग करता है, इसलिए कोडिंग सीखने इतना जरूरी है. 


कोडिंग स्किल को मजबूत करे 

एक अच्छा सॉफ्टवेयर डेवलपर वही कहलाता है जिसकी प्रोग्रामिंग स्किल शानदार होता है. अब ये स्किल एक या दो दोनो में बेहतर तो होती नहीं है इसके लिए आपको प्रतिदिन अभ्यास करना पड़ता है. कोडिंग वेबसाइट और ऐप्स है, जिसकी मदद आप कोडिंग की अभ्यास करके अपने आप को बेहतर बना सकते है.   

इसके अतिरिक्त खुद से सॉफ्टवेयर बनाने का प्रयास करे. इससे आपको बहुत कुछ सीखने मिलेगा. सॉफ्टवेयर बनाने के दौरान हो सकता है आप कहीं गलतियां करे लेकिन उन गलतियों से जो सीख मिलता है उससे आप बहुत समझते है. 


दसवीं के बाद साइंस विषय चुने 

सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने की शुरुआत दसवीं कक्षा के बाद से ही हो जाती है. अगर आपने तय कर लिए है की आपको इसी में अपना कैरियर बनाना है तो दसवीं के बाद आपको साइंस स्ट्रीम लेना चाहिए. एक और महत्वपूर्ण बात, जब आप साइंस विषय चुनते है, तो उसकी पढ़ाई अच्छे से करे और बेहतर अंक प्राप्त करे ताकि आगे चलकर जब आप किसी विश्वविद्यालय या कॉलेज में एडमिशन करवाने जाए, उस दौरान ये अंक आपके काम आ सके. अच्छे अंक होने पर आपका एडमिशन अच्छे विश्वविद्यालय में होता है. 


बैचलर डिग्री ले 

साइंस विषय में 12वीं करने के बाद अब कंप्यूटर क्षेत्र या उससे संबंधित क्षेत्रो में bachelor डिग्री पूरा करना होता है. जब बैचलर डिग्री के लिए आप कॉलेज में एडमिशन लेने जाते है तो पहले पता कर ले की उसमें इसकी पढ़ाई होती है या नही. कंप्यूटर साइंस में बैचलर डिग्री की पढ़ाई अच्छा रहता है. इसमें कंप्यूटर तथा सॉफ्टवेयर से जुड़ी स्किल्स सिखाई जाती है.

इस बैचलर डिग्री की अवधि 4 सालो की होती है. डिग्री में आपको उन सभी विषयों को पढ़ाया जाता है जो सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए अनिवार्य है. इसके अलावा आप डिप्लोमा कोर्स में भी एडमिशन ले सकते है. ये डिप्लोमा कंप्यूटर क्षेत्र से संबंधित होनी चाहिए. कई कंपनियों में डिप्लोमा डिग्री पूरा लिए हुए वाले लोगो की जरूरत रहती है. 


Internship करे

यदि आपको अपनी स्किल बेहतर करनी है और इस फील्ड में मास्टर बनना है तो इसके लिए इंटरशिप से अच्छा और क्या ही होगा. इंटर्नशिप में रियल प्रोजेक्ट पूरा करने मिलता है, जिसको करके आपका अभ्यास तो होता ही है साथ में आपको अच्छे से समझ भी आता है की सॉफ्टवेयर डेवलपर का कार्य क्या होता है और वे ये कार्य कैसे करते है. इन सबकी अच्छी समझ के बाद जब आप नौकरी के लिए आवेदन देते है और आपकी नौकरी लग जाती है तो वहां आपका प्रदर्शन बाकी लोगो से शानदार होता है.

सॉफ्टवेयर डेवलपर की कम्युनिटी में जुड़े
सॉफ्टवेयर डेवलपर की कई ऑनलाइन कम्युनिटी है. जिसमें वो लोग जुड़े होते है. इसमें कुछ सॉफ्टवेयर डेवलपर होते है तो कुछ वो लोग जो इसमें अपना करियर बनना चाहते है. ऐसे लोगो की कम्युनिटी से जुड़े रहकर आपको काफी कुछ सीखने मिलता है, सॉफ्टवेयर डेवलपर के बारे में. इसके साथ ही यदि आपको कहीं परेशानी आती है सॉफ्टवेयर बनाते दौरान तो आप अपना सवाल इन लोगो से पूछ सकते है.
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